सूजन का रामबाण इलाज: कारण, लक्षण, घरेलू नुस्खे और आधुनिक उपचार
सूजन (सूजन) शरीर की एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है, जो किसी चोट, संक्रमण या बीमारी के कारण हो सकती है। जब शरीर के किसी भी हिस्से में कोई वस्तु अंकित होती है या उसके अंदर कोई संक्रमण नहीं होता है, तो उस हिस्से में रक्त और पदार्थ एकत्रित हो जाते हैं। यह स्थिति सूजन या सूजन कहलाती है।
कभी-कभी सूजन सामान्य और लघु होती है, जो कुछ दिनों में आपके लिए ठीक हो जाती है। लेकिन अगर यह लंबे समय तक बना रहे या बहुत ज्यादा बढ़ जाए तो यह गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
सूजन का मुख्य कारण
- चोट दुर्घटना - किसी भी तरह की चोट, मोच या फ्रैक्चर के कारण शरीर के उन अंगों की रक्षा करने के लिए सूजन पैदा होती है।
- संक्रमण (संक्रमण) - बैक्टीरिया, वायरस या फंगल संक्रमण से शरीर में सूजन हो सकती है।
- एलर्जी (एलर्जी) - धूल-मिट्टी, धुआँ, धूल-मिट्टी या किसी दवा से एलर्जी होने पर त्वचा या गले में सूजन हो सकती है।
- गठिया (गठिया) – जोड़ों में दर्द और सूजन का प्रमुख लक्षण है।
- किडनी और लीवर की बीमारी - इन अंगों की मांसपेशियों में सूजन और सूजन हो सकती है।
- पानी का रुकना (एडिमा) - जब शरीर में अतिरिक्त तरल जमा हो जाता है, तो पैर, हाथ और चेहरे पर सूजन आ जाती है।
- खून का थक्का (खून का थक्का) – किसी न किसी में थक्का बनने से उस हिस्से में सूजन और दर्द हो सकता है।
- आंतरायिक परिवर्तन - महिलाओं में मासिक धर्म, गर्भावस्था या थायरॉयड की समस्या के कारण सूजन हो सकती है।
- खान-पान और वन्यजीवन - अधिकांश नमक, जंक फूड, शराब और धूम्रपान भी बुरी गंध हैं।
सूजन के लक्षण
- लालिमा में प्रभावित भाग
- त्वचा का गर्म होना
- तेज़ दर्द
- फिर से शुरू करें
- अंग भारी महसूस होना
- त्वचा का स्टाइल
- लंबे समय तक रहने पर थकान और कमजोरी
सूजन के प्रकार
1. एक्यूट सूजन (तीव्र सूजन)
यह अचानक होता है और तुरंत समय के लिए रहता है।
उदाहरण: हाथ या पैर पर चोट लगना।
2. क्रोनिक सूजन (क्रोनिक सूजन)
यह लंबे समय तक बनी रहती है।
अक्सर यह गठिया, थायरॉयड, सर्दी या ऑटोइम्यून डिजीज के कारण होते हैं।
सूजन का रामबाण घरेलू इलाज
- हल्दी और दूध - हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व होता है, जो प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेट्री है। रात को सोने वाला हल्दी दूध पीने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है।
- अदरक और शहद - अदरक शरीर की सूजन को कम करता है। इस रस में पूरे खाने से बहुत जल्दी दिखता है।
- बर्फ की सिकाई - चोट या मोच सूजन वाली बर्फ की सिकाई करने से तुरंत आराम मिलता है।
- नमक का गरम पानी - सूजन वाली जगह को गुनगुने नमक के पानी से सेंकने पर मांसपेशियां आरामदायक होती हैं और सूजन पैदा होती है।
- हरी सब्जियाँ और फल - पपीता, अनार, अनानास और हरी पत्तेदार पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- मेथी और लाभ - मेथी के बीज और पानी पीने से जोड़ों की सूजन कम होती है।
- एलोवेरा जेल - एलोवेरा त्वचा की सूजन, जलन और लालिमा को कम करने में मदद करता है।
- विलासिता और योग - सूर्य नमस्कार, प्राणायाम और टहलने से शरीर का रक्त संचार ठीक रहता है और सूजन कम होती है।
आधुनिक चिकित्सा से सूजन का इलाज
- पेन किलर और एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं - इबुप्रोफेन, पैरासिटामोल आदि।
- एंटीबायोटिक्स - संक्रमण के कारण सूजन हो जाती है।
- कॉर्टिकोस्टेर नाइट्रोजन - क्रोनिक सूजन में उपयोग होते हैं।
- फिजियोप्लास्टी - जोड़ों और मसालों की सूजन में फिजियोप्लास्टी असरदार है।
- सर्जरी - अगर सूजन किसी गंभीर कारण से हो, जैसे ट्यूमर या ब्लड क्लॉट, तो ऑपरेशन किया जाता है।
सूजन से बचाव के उपाय
- नमक और तैलीय भोजन कम खायें
- रोज़ाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पियें
- धूम्रपान और शराब से मुक्ति
- पर्याप्त नींद लें
- तनाव कम करें
- प्रतिदिन व्यायाम करें
- धीरे धीरे लें
जीवमंडल में बदलाव
- योग और ध्यान - मानसिक तनाव और अवसाद से होने वाली सूजन को कम करता है।
- गर्म पानी की संरचना - शरीर से विषैले तत्व अनिद्रा कम हो जाती है।
- एंटी-इंफ्लेमेट्री घटक - अदरक, लहसुन, हल्दी, ग्रीन टी और ग्लूकोस दवाओं का सेवन करें।
- सही बैठने और चलने की आदतें - गलत पोस्टल से प्लास्टर और प्लांट पर दबाव डाला जाता है, जिससे सूजन होती है।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
- अगर सूजन 1 सप्ताह से ज्यादा बनी रहे
- सूजन के साथ तेज बुखार हो
- सांस लेने या अलग करने में परेशानी हो
- एलर्जी का संकेत (एलर्जी का संकेत)
- बार-बार सूजन हो (किडनी/लिवर मच्छर)
निष्कर्ष
शरीर में सूजन होना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इसका उपचार नहीं करना चाहिए। हल्दी, अदरक, शहद, बर्फ की सिकाई और औषधीय मिश्रण जैसे घरेलू नुस्खे से सूजन कम हो सकती है। लेकिन अगर सूजन लंबे समय तक बनी रहे या गंभीर सूजन के साथ आए, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। सूजन का रामबाण इलाज प्राकृतिक नुस्खों और आधुनिक चिकित्सा दोनों के संयोजन से संभव है। मध्यम आहार, व्यायाम, योग और सकारात्मक रसायन अपनाकर सूजन की समस्या से बचा जा सकता है।