Posted On : 03 September 2025
कंधे का दर्द (Shoulder Pain) आजकल एक आम समस्या बन चुकी है। चाहे आप ऑफिस में लंबे समय तक बैठकर काम करते हों, जिम में भारी वजन उठाते हों या उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों में कमजोरी आ गई हो, कंधे का दर्द हर किसी को प्रभावित कर सकता है। कंधे का जोड़ (Shoulder Joint) शरीर के सबसे लचीले जोड़ों में से एक है, जो कई दिशाओं में घूम सकता है। इसी कारण यह आसानी से चोट या खिंचाव की चपेट में आ जाता है।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे – कंधे के दर्द के कारण, इसके प्रकार, लक्षण, घरेलू उपाय, इलाज और बचाव के तरीके।
अचानक भारी सामान उठाने, गलत पोज़िशन में सोने या व्यायाम के दौरान मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव पड़ने से खिंचाव हो जाता है।
यह स्थिति तब होती है जब कंधे की मूवमेंट धीरे-धीरे सीमित हो जाती है। इसमें दर्द के साथ stiffness (जकड़न) भी महसूस होती है।
उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों में घिसाव होने लगता है, जिसे ऑस्टियोआर्थराइटिस कहा जाता है। यह कंधे में लगातार दर्द और सूजन का कारण बनता है।
इसमें कैल्शियम के कण कंधे के टेंडन में जमा हो जाते हैं, जिससे सूजन और दर्द होता है।
यह खेलों में शामिल खिलाड़ियों या जिम करने वालों में ज्यादा देखने को मिलता है। इसमें कंधे की नसें और मांसपेशियां प्रभावित होती हैं।
रुमेटाइड आर्थराइटिस या हड्डियों की कमजोरी भी कंधे के दर्द का कारण हो सकती है।
कंधे की जकड़न और दर्द कम करने के लिए गरम पानी की बोतल या हीट पैक का इस्तेमाल करें।
यदि दर्द चोट या सूजन के कारण है, तो आइस पैक लगाएँ।
इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दर्द को कम करते हैं।
डॉक्टर की सलाह से की गई एक्सरसाइज कंधे की मूवमेंट सुधारती है।
अश्वगंधा, हल्दी और त्रिफला जैसी जड़ी-बूटियाँ भी राहत देती हैं।
कंधे का दर्द केवल औषधियों या उपचार से ठीक नहीं होता है, बल्कि इसे अनुशासन और व्यवहार में बदलाव के क्रम में लंबे समय तक नियंत्रित किया जा सकता है।
लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल करने वाले लोगों को विशेष ध्यान देना चाहिए।
हमेशा के लिए एंटरप्राइज़ उद्यमों को जोड़ने और फ़्लोरिडा को सहारा देने से।
घुंघराले और कंधे कंधे वाले कुशाग्रने वाले कसरत को लचीले बनाए रखा जाता है।
योगासन जैसे भुजंगासन, गोमुखासन और ताड़ासन के संयोजन को मजबूत बनाते हैं।
अचानक बहुत भारी बैग या सामान उठाने से लेकर कंधे की पट्टियों तक में सामान डाला जा सकता है।
हमेशा सामान दस्तावेज़ समय दस्तावेज़ एल्बम पर समान दबाव डालें।
लंगोट या मांसपेशी कैप्सूल पर बर्फ की सिकाई करने से सूजन कम होती है।
पुराने दर्द में गर्म पानी की बौछार या गर्म तेल की मालिश आरामदायक होती है।
धीरे धीरे हड्डियों और सामग्रियों को मजबूत बनाए रखने के लिए आहार में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन-डी का सेवन करें।
तैलीय, जंक फूड और अधिकतर तल-भुना खाने से छूट मिलती है क्योंकि इससे सूजन बढ़ सकती है।
इन आवेदन पत्र में तत्काल आथपेडिक डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से जांच करानी चाहिए।
कंधे का दर्द छोटी सी समस्या लग सकती है, लेकिन अगर समय रहते इलाज न किया जाए तो यह गंभीर रूप भी ले सकता है। इसलिए अगर दर्द लंबे समय तक बना रहे या हाथ की मूवमेंट में बाधा बने, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।