Health & Wellness
साइनस का परमानेंट इलाज: कारण, लक्षण और घरेलू उपाय
Posted on :
29 September 2025
रिद्धि पटेल
साइनसाइटिस (साइनस) चेहरे और खोपड़ी की हड्डियों में हवा से भरे स्थानों की सूजन या संक्रमण से होने वाली स्थिति है, जिससे नाक बंद होना, सिरदर्द, चेहरे पर दबाव और सांस लेने में कठिनाई होती है। इसका स्थायी उपचार केवल दवाओं से संभव नहीं है; इसके लिए जीवनशैली में बदलाव, प्राकृतिक उपचार, आयुर्वेद, योग और आवश्यक होने पर आधुनिक चिकित्सा का संयोजन जरूरी है।
घरेलू उपायों में भाप लेना, हल्दी वाला दूध, अदरक और शहद, लहसुन और नमक पानी से नाक धोना शामिल हैं। आयुर्वेद और योग जैसे अनुलोम-विलोम, कपालभाति, तुलसी, अश्वगंधा और नस्यम थेरेपी प्रतिरक्षा बढ़ाने और साइनस मार्ग खोलने में मदद करते हैं। आधुनिक उपचार में नासिका स्प्रे, एंटीबायोटिक्स, एंटीहिस्टामाइन और एंडोस्कोपिक सर्जरी शामिल हैं।
स्थायी राहत के लिए पर्याप्त पानी पीना, ह्यूमिडिफायर का उपयोग, प्रदूषण से बचाव, तनाव प्रबंधन, संतुलित आहार और नियमित योग और ध्यान जरूरी हैं। इस समग्र दृष्टिकोण से साइनस की समस्या को लंबे समय तक नियंत्रित और कम किया जा सकता है।